[ad_1]
आईओटेकवर्ल्ड एविगेशन के सह-संस्थापक और निदेशक दीपक भारद्वाज ने सटीक खेती, डेटा एनालिटिक्स और स्मार्ट सिंचाई प्रणालियों में नवाचारों के महत्व पर प्रकाश डाला, जिससे उत्पादकता और स्थिरता बढ़ेगी।
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में, कृषि प्रौद्योगिकी उद्योग एक परिवर्तनकारी छलांग लगाने के लिए तैयार है, जिसमें भारतीय कृषि में क्रांति लाने के लिए महत्वपूर्ण निवेश किए गए हैं। जमीनी स्तर पर ड्रोन की पैठ को बढ़ाने में सरकारी सब्सिडी अहम भूमिका निभाएगी। इसके अलावा, मेक इन इंडिया पहल के तहत विदेशी ड्रोन और उनके पुर्जों पर अंकुश लगाने से भारतीय ड्रोन निर्माताओं को लाभ होगा। सटीक खेती, डेटा एनालिटिक्स और स्मार्ट सिंचाई प्रणालियों में नवाचार उत्पादकता और स्थिरता को बढ़ाएंगे। AI और IoT का लाभ उठाकर किसान डेटा-संचालित निर्णय ले सकते हैं, संसाधनों का बेहतर उपयोग कर सकते हैं और पर्यावरणीय प्रभाव को कम कर सकते हैं। कृषि अवसंरचना कोष (AIF) योजना के तहत दस्तावेज़ीकरण में आसानी और फ़ाइल प्रसंस्करण और अनुमोदन में तेज़ी से इस परिवर्तन को आगे बढ़ाने की उम्मीद है। ये प्रगति किसानों को बेहतर बाज़ार पहुँच और वित्तीय स्थिरता के साथ सशक्त बनाते हुए उपज की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार करेगी। मोदी सरकार 750 करोड़ रुपये का निवेश कर सकती है एग्री-श्योर फंड कृषि स्टार्टअप के लिए और एआईएफ तथा कृषि विपणन के लिए एकीकृत योजना में तेजी लाने के लिए। एक मजबूत कृषि प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र खाद्य सुरक्षा, ग्रामीण विकास और समग्र कृषि विकास को बढ़ावा देगा, जिससे भारत टिकाऊ कृषि पद्धतियों में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित होगा।”
पहली बार प्रकाशित: 22 जुलाई 2024, 15:46 IST
कोई प्रश्नोत्तरी लें
कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं
प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।
प्रत्येक योगदान हमारे भविष्य के लिए मूल्यवान है।
[ad_2]